आह इस दौर में एक और मिल्लत का सितारा टूट गया
साबिर कासमी
कौमी मिल्ली समाजी मामलात वे समस्याओं को हल को लेकर सदेव तत्पर रहने वाले इमाम वे खतीब सेक्टर 6 जामा मस्जिद ईद गाह फरीदाबाद कारी रमजान का आज 57 साल की उम्र में देहांत कर गए
वो पिछले डेढ हफ्ता से सहारनपुर सफर से वापसी पर अचानक नमूनिया बिमारी से ग्रस्त हो गए थे।
पिछले दो दिनों से हालत नाजूक बनी हुई थी इस दौरान दो बार उन की मौत की खबर मोत से पहले ही गश्त कर गई थी वो इतिंहाई मेहमान नवाज और नफीस मिजाज थे बडे़ कौमी हमदर्द थे
उल्लेखनीय है कि कारी रमजान साहब बहूत सी खुसूसियात के मालिक थे वेसे तो कारी रमज़ान साहब बल्लभगढ़ ईदगाह जामा मस्जिद सेक्टर 6 के इमाम और खतीब थे तकरीबन 40 साल से वक्फ बोर्ड से जामा मस्जिद ईद गाह बल्लभगढ़ के इमाम थे
लेकिन उन्होंने जिस तरह कौम मुल्क और मिल्लत की सियासी समाजी मिल्ली सेवाएं उन्होंने की हैं वो हमैशा याद रखी
हालिया तीन साल पहले उन्होंने जामिया इलियासा दारू हुदा मदरसा वे साथ में स्कूल स्थापित किया जिस के वो संस्थापक थे। तजींम आइममा ए मसाजिद के अध्यक्ष कारी रमजान ने जहां हरियाणा स्तर पर औकाफ की जायदाद और इमामों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए लम्बी लड़ाई लड़ी वहीं
उन के उज्जवल कारनामो में से यह की हज कमेटी ऑफ इंडिया के द्वारा एडवांस हाजियों से कुर्बानी के पैसे जमा करा कर कुर्बानी वाले निर्णय को तब्दील कराने के लिए उन्होंने लम्बा संघर्ष किया और इस कोशिश की बुनियाद रखी और कामयाबी मिली
उल्लेखनीय है कि हज कमेटी के इस तरतीब से कुर्बानी कराने में ऊलाम को शरीई ऐतराज था इस सिलसिले में उन्होंने दारूल उलूम देवबंद नदवतूल उलेमा लखनऊ मजाहिर उलूम सहारनपुर से लिए गए फतवों को बूनियाद बनाया जिस में अतंत उन के द्वारा देश भर में आवाज उठी और हज कमेटी को अपना फैसला वापिस लेना पडा।
अटाली हिन्दू मुस्लिम फसाद में उन्होंने मुख्य भूमिका निभाई और साशन प्रसाशन से लेकर।हरियाणा के मुख्यमंत्री तक से बार बार मुलाकात कर इसांफ के लिए सरकार से लम्बा संघर्ष किया और मुलाजिमों पर मुकद्दमा दर्ज कराया
उन की शनाखत एक बे बाक व्यक्त के तौर पर जानी जाती थी तहरीर और मौके पर तकरीर करने में माहिर थे एक मामले में जब मेवात के सियासी वे मिल्ली लोगों का एक सिर्स मंडल काग्रेस की चैयरपरसन सोनिया गांधी से मिला जिस में उन्होंने बे बाक अदांज से बात की तो सोनिया गांधी ने उन्हे जेल में डालने की धमकी दे डाली जिस पर उन्होंने तूरंत कहा जेल में डलवाने के लिए अपने आप को यहां आए हैं। जिस के बाद सोनिया गांधी ला जवाब हो गई
तजींम हरियाणा वेल्फेयर सोसाइटी के तत्वावधान में हर साल बढ़ी संख्या में जरूरतमंद और यतीम गरीब लड़कियों की शादियों मे एक अर्सा तक जहैज का मुकम्मल सामान देने की परम्परा जारी रखी
फरीदाबाद बाईपास पर फरीदाबाद सांसद से रोड़ से लगती अरबों रूपए की दो एकड़ जमीन कब्रिस्तान के लिए एक्वायर कराना और उस मे नमाज का चबूतरा और पार्किंग की व्यवस्था कराना उन के मुख्य कारनामो में से एक है वे हमेशा मेवात के तमाम समस्याओं को लेकर सरगर्म रहते थे और उन के हल के लिए निचे से लेकर उपर तक भागदौड़ करना उन की आदत रही
कोरोना काल में उन के माध्यम से जमातों और मजदूरों की सेवाएं उन की याद रखी जाएगी कोरोना काल में साशन प्रसाशन और मुख्यमंत्री की ओन लाइन प्रेस कांफ्रेंस में फरीदाबाद के मुसलमानों की उन्होंने ही तर्जुमानी यानी वक्ता के रूप में भूमिका निभाई
पुरे मेवात और हरीयाण स्तर पर उन के सभी सियासी समाजी इल्मी लोगों से गहरे रसूख और ताल्लुकात समेत देश भर के नामचीन उलेमा और सियासी लोगों से समाज के विभिन्न कामों को लेकर ताल्लुक रहे जमियत उलेमा हरियाणा स्तर के वे मुख्य ओहदे दारों मे से थे और हमेशा जमियत उलेमा के प्लेटफार्म से कार्यो को लेकर फिक्रमंद रहते थे।इस के अलावा उस के बहुत से कार्य है जिन को जमा करने का वक्त नहीं है उन की नमाज ए जनाजा आज 29 _9_2020_ तकरीबन इशा पड़ कर 9 pm बजे होगी
अपने पीछे उन्होंने तीन बेटी एक बेवा और दो लडके छोड़े हैं
तमाम लोगों से उन के मगफिरत और दर्जात की बूल्न्दीं की गुजारिश की जाती है
मोहम्मद साबिर कासमी जनरल सेक्रेटरी जमियत उलेमा मेवात
9813837480 9664398297
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